नवजात शिशुओं में पेट दर्द, विशेषकर जब वे कोलीक से पीड़ित होते हैं, माता-पिता के लिए एक चिंता का विषय होता है। कोलीक एक ऐसी स्थिति है जिसमें शिशु बिना किसी स्पष्ट कारण के लंबे समय तक रोते हैं। यह स्थिति सामान्यतः तथाकथित "रीति समय" के दौरान होती है और यह लगभग 2-3 सप्ताह की आयु में शुरू होती है, जो 3 महीने तक रह सकती है।
जब नवजात बच्चे में पेट दर्द होता है, तो यह कई लक्षणों से स्पष्ट हो सकता है। बच्चे अक्सर जोर से और अचानक रोने लगते हैं और शांत करने पर भी रोना जारी रखते हैं। कुछ बच्चे अपने पैरों को छाती की तरफ खींच सकते हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि उन्हें पेट में दर्द हो रहा है। ऐसे समय में, उनकी नींद में बाधा आ सकती है, और वे थके हुए और चिड़चिड़े भी हो सकते हैं।
कोलीक के सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से समझ नहीं आ सके हैं, लेकिन कुछ संभावित कारणों में शिशु के पेट में गैस, अपर्याप्त डाइजेशन और नर्वस सिस्टम का अत्यधिक संवेदनशील होना शामिल है। नवजात बच्चों की आंत अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुई होती है, इसलिए उन्हें गैस की समस्या हो सकती है।
जब आपका बच्चा पेट दर्द से जूझ रहा होता है, तो उन्हें शांत करना एक चुनौती हो सकती है। पेट दर्द के घरेलू उपायों में कुछ निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
गर्म मालिश: बच्चों की मालिश एक बेहद कारगर घरेलू उपाय है। नारियल या सरसों के तेल से हलकी मालिश बच्चे के पेट में गैस को निष्कासित करने में मदद कर सकती है。
गर्म पानी की बोतल या सेक: नवजात के पेट पर गर्म पानी की बोतल या सेक करने से पेट दर्द में राहत मिल सकती है।
दूध पिलाने के तरीके में बदलाव: यदि बच्चा बोतल से दूध पी रहा है, तो सुनिश्चित करें कि बोतल में हवा नहीं जा रही हो, जिससे गैस बनने की संभावना कम होती है।
सफेद शोर: बच्चों के लिए सफेद शोर कई बार सुकूनदायी होता है, जिससे वे आराम से सो सकते हैं।
बच्चे की देखभाल में सुनिश्चित करें कि उनका डायट प्लान और फीडिंग नियमित हो। बच्चे को दूध कैसे पिलाएं, यह समझना माँ के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। फीडिंग के बाद बच्चों को 20-30 मिनट तक खड़ा रखने से उन्हें अधिक गैस नहीं बनती है।
अगर ऐसे उपायों के बावजूद बच्चे के रोने के कारण और पेट दर्द जारी रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करें। कुछ स्थितियों में, पेट दर्द, बुखार, उल्टी या दस्त के अन्य गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं। इन लक्षणों में विशेषज्ञ की सलाह आवश्यक है।
नवजात शिशुओं की कोलीक एक अस्थायी स्थिति है, जो बच्चों में पेट दर्द का उपाय ढूंढने पर सही देखभाल और समर्पण से जल्द सुलझाई जा सकती है। माता-पिता के लिए धैर्य और समझ मुख्य कुंजी हैं, ताकि वे अपने बच्चे को आराम दिलाएं और उनके पेट दर्द के कारणों का प्रभावी निर्धारण कर सकें।