स्तन का दूध निकालने और सुरक्षित रूप से स्टोर करने की प्रक्रिया हर नवजात शिशु की माँ के लिए एक आवश्यक कौशल हो सकता है। यह न केवल कामकाजी माताओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह उन माताओं के लिए भी है जो अपने बच्चे के लिए हमेशा उपलब्ध रहना चाहती हैं। इस लेख में, हम स्तन का दूध निकालने के विभिन्न तरीकों और उसे सुरक्षित रूप से स्टोर करने की प्रक्रिया पर चर्चा करेंगे।
स्तन का दूध निकालने के लिए मुख्यतः दो तरीके होते हैं: हाथ से और स्तन पंप का उपयोग करके।
हाथ से दूध निकालने की विधि सरल और सुविधाजनक है, और इसे किसी भी समय और कहीं भी किया जा सकता है। इस विधि में, अपने हाथों से धीरे-धीरे दबाव डालकर दूध को निप्पल से बाहर निकाला जाता है। इसे करने के लिए कुछ माताओं को प्रारंभ में मुश्किल हो सकती है, लेकिन थोड़ी प्रैक्टिस से यह आसान हो जाता है।
स्तन पंप दो प्रकार के होते हैं: मैन्युअल और इलेक्ट्रिक। मैन्युअल पंपों के लिए आपको स्वयं पंपिंग करनी होती है, जबकि इलेक्ट्रिक पंप स्वचालित होते हैं और तेज़ी से काम करते हैं। पंप का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करें कि उपकरण साफ हो। हर उपयोग के बाद उसे गर्म पानी से धोएं और अच्छे से सुखाएं।
दूध को स्टोर करते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। इसे अच्छी तरह धोए गए और सुखाए गए कंटेनरों में रखें। दूध के कंटेनरों पर सही डेटिंग और लेबलिंग करें ताकि आपको पता रहे कि कब तक उनका उपयोग करना है।
फ्रिज में ताजा दूध को स्टोर करते समय उसे पिछले दूध के साथ मिलाएं नहीं। हमेशा उसे फ्रिज के पीछे की तरफ रखें जहां तापमान सबसे ठंडा हो। दूध को फ्रिज में चार दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
हर बार दूध निकालने के बाद अपने हाथों को अच्छे से धोएं और इस्तेमाल किए गए सभी उपकरणों को पूरी तरह से साफ करें।
फ्रीज में, स्तन का दूध करीब 6 महीने तक सुरक्षित रह सकता है, लेकिन यह 12 महीने तक भी अच्छा रह सकता है यदि तापमान सही तरीके से नियंत्रित हो।
दूध को गरम करते समय उसे सीधे तेज आँच पर ना रखें। इसे गर्म पानी की कटोरी में रखें और धीरे-धीरे गरम करें। इसे गरम करने के बाद ध्यान दें कि बच्चे के लिए दूध का तापमान सामान्य हो।
जब दूध को एक बार गरम कर दिया जाता है, तो उसे पुनः स्टोर ना करें। एक बार गरम किया दूध अव्यवस्थित हो सकता है और इसे बच्चे को पिलाना सुरक्षित नहीं होता।
कभी-कभी पंपिंग करते समय दूध की नियमित मात्रा नहीं मिलती। इसका समाधान यह है कि आप आराम करें, अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें और नियमित अंतराल पर पंपिंग करें।
स्तन पंप की देखभाल बहुत महत्वपूर्ण है। उपयोग के बाद इसे अच्छी तरह से धोएं और अपने उपकरणों को सैनिटाइज करें।
इस प्रकार, स्तन का दूध निकालने और उसे सुरक्षित रूप से स्टोर करने के लिए सही प्रक्रिया का पालन कर आप अपने बच्चे के स्वास्थ पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इन सरल तकनीकों और सुझावों के माध्यम से, आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका बच्चा हमेशा पौष्टिक दूध प्राप्त करता है।